Atal Bihari Vajpayee
Born
in Gwalior, India
December 25, 1924
Died
August 16, 2018
Genre
Atal Bihari Vajpayee isn't a Goodreads Author
(yet),
but they
do have a blog,
so here are some recent posts imported from
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चुनी हुई कविताएँ
5 editions
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published
2012
—
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मेरी इक्यावन कविताएँ [Merī ikyāvana kavitāem̐]
by
4 editions
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published
1995
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Kyā khoyā kyā pāyā: Aṭala Bihārī Vājapeyī, vyaktitva aura kavitāeṃ
by
5 editions
—
published
1999
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Twenty-One Poems
3 editions
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published
2001
—
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Na dainyaṃ na palāyanam
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Prime Minister Atal Bihari Vajpayee Selected Speeches
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Bindu-Bindu Vichara
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Four decades in parliament
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मेरी संसदीय यात्रा [Meri Sansadiya Yatra]
by |
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Decisive days
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“आओ फिर से दिया जलाएँ
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल
वतर्मान के मोहजाल में
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने
नव दधीचि हड्डियां गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ”
―
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल
वतर्मान के मोहजाल में
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने
नव दधीचि हड्डियां गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ”
―
“दो दिन मिले उधार में, घाटे के व्यापार में, क्षण-क्षण का हिसाब जोड़ूँ या पूँजी शेष लुटाऊँ मैं? राह कौन-सी जाऊँ मैं?”
― चुनी हुई कविताएँ
― चुनी हुई कविताएँ
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Indian Readers: Gorab's 2021 Gluttony | 127 | 157 | Nov 10, 2021 03:09AM |